Institutional Activities

राजभाषा के प्रचार प्रसार में तकनीक का योगदान महत्त्वपूर्ण

  • हकेवि में स्पीच टाइपिंग पर कार्यशाला का हुआ आयोजन
  • माइक्रोसॉफ्ट के विशेषज्ञ डॉ. बालेंदु दाधीच ने स्पीच टाइपिंग का दिया प्रशिक्षण


महेंद्रगढ़ : आधुनिक युग सूचना तकनीक का युग है और इसमें प्रगति के लिए आवश्यक है कि तकनीकी विकास के स्तर पर जारी बदलावों को आत्मसात किया जाए। शिक्षा के क्षेत्र की बात करें, तो अध्ययन, अध्यापन से लेकर भाषा के विकास तक सभी स्तर पर सूचना तकनीकी का प्रयोग आवश्यक हो गया है। जहां तक हम बात हिंदी भाषा की करते हैं तो यह हमारी राजभाषा है, और इसके प्रचार-प्रसार हेतु प्रयास करना हमारा कर्त्तव्य है। इस प्रयास में तकनीकी टूल्स की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। इसी के मद्देनजर हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के राजभाषा अनुभाग ने आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के अंतर्गत बुधवार को स्पीच टाइपिंग पर केंद्रित कार्यशाला का आयोजन किया। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने राजभाषा के विकास में तकनीक के योगदान को महत्त्वपूर्ण बताया। उनका कहना था कि इसके उपयोग से हिंदी का उपयोग सुगम हुआ है और अवश्य ही कार्यशाला में अर्जित ज्ञान का लाभ प्रतिभागी उठायेंगे। इस ऑनलाइन कार्यशाला में विशेषज्ञ के रूप में माइक्रोसॉफ्ट भारत में निदेशक स्थानीय भाषाएँ एवं सुगम्यता डॉ. बालेंदु दाधीच उपस्थित रहे। 
कुलपति ने अपने संबोधन में राजभाषा हिंदी के क्रियान्वयन और उसके व्यावहारिक उपयोग की दिशा में तकनीकी बदलावों को महत्त्वपूर्ण बताया और कहा कि हमें इन्हें अपनाकर आगे बढ़ना होगा। कुलपति ने आयोजन में विशेषज्ञ वक्ता की ओर से प्रस्तुत जानकारी को सभी के लिए उपयोगी बताया और कहा कि उन्हें यकीन है कि सभी प्रतिभागी इस जानकारी का अधिकतम उपयोग करेंगे। इससे पूर्व कार्यशाला की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलगीत के साथ हुई। इसके पश्चात कार्यशाला की अध्यक्ष कुलसचिव प्रो. सारिका शर्मा ने हिंदी के उपयोग और आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के अंतर्गत आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है और हमें इसके प्रचार-प्रसार हेतु हरसंभव प्रयास करना चाहिए। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित डॉ. बालेंदु शर्मा दाधीच ने कहा कि तकनीकी स्तर पर हिंदी भाषा में कार्य करना अब आसान हो गया है। डॉ. दाधीच ने प्रतिभागियों को स्पीच टाइपिंग टूल्स के विषय में प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी दी और बताया कि हम किस तरह से इन टूल्स का उपयोग करके वे बिना कीबोर्ड के ही अपने दैनांदिन कार्यों को पूर्ण कर सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. सिद्धार्थ शंकर राय ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और कार्यक्रम का संचालन हिंदी अधिकारी शैलेंद्र सिंह ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न पीठों के अधिष्ठाता, अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों सहित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, महेंद्रगढ़ के सदस्य कार्यालयों के प्रतिभागी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।

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