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रेडियो विविधताओं से संपन्न व जनहित के लिए सरल व प्रभावी माध्यम है: जैनेंद्र सिंह

-हकेवि में विद्यार्थियों के लिए रेडियो कौशल कार्यशाला का हुआ आयोजन

 

महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में  रेडियो प्रसारण कौशल पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। वीरवार से शुरू इस कार्यशाला के दूसरे दिन विद्यार्थियों ने रेडियो प्रसारण की बारीकियों को सीखा। विद्यार्थियों को रेडियो कॉपी लेखन, कार्यक्रम निर्माण व रेडियो में ध्वनि के प्रभाव से अवगत करवाने के लिए अभ्यास करवाया गया।

                  कार्यशाला को संबोधित करते हुए पहले दिन ऑल इंडिया रेडियो के पूर्व सहायक निदेशक जैनेन्द्र सिंह ने विद्यार्थियों को भारत में पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग में अवसर एवं चुनौतियों से अवगत करवाया और दूसरे सत्र में पोड कास्ट निर्माण करने के गुर सिखाए। उन्होंने कार्यशाला की शुरुआत बहुत ही बुनियादी सवाल के साथ की और बताया कि रेडियो अन्य मीडिया से कैसे अलग है। उन्होंने कहा कि मीडिया के सभी अलग-अलग माध्यमों में रेडियो विविधताओं से संपन्न किंतु सबसे सरल माध्यम है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.टंकेश्वर कुमार ने अपने संदेश के माध्यम से आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्यशाला अवश्य ही विद्यार्थियों रेडियो विशेषकर कम्युनिटी रेडियो से जुड़ी बारिकियों को जानने समझने में मददगार साबित होगी। 

             विशेषज्ञ वक्ता श्री जैनेन्द्र सिंह ने अपने संबोधन में भारत के शहरी-ग्रामीण, सुदूर सभी क्षेत्रों में रेडियो के महत्व और इसके इतिहास के बारे में प्रतिभागियों को बताया। रेडियो कार्यक्रम के स्वरूपों की चर्चा करते हुए उन्होंने घोषणा, औपचारिक वार्ता, साक्षात्कार, रेडियो ड्रामा, लाइव कमेंट्री, फीचर का भी उल्लेख किया। कार्यशाला के दूसरे दिन जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से डॉ. सुरेश वर्मा ने कहा कि एक अच्छा प्रसारणकर्ता बनने के लिए उन्होंने डीप थीकिंग, प्रभावी प्रस्तुती एवं कटेंट की निष्पक्ष तरीके से प्रस्तुति के बारे में विस्तार से बताया।

                     उन्होंने बताया कि भारत जैसे देश के लिए रेडियो एक प्रभावी माध्यम है व इसका प्रभाव हमेशा रहेगा। रेडियो के क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार के असीम अवसर है लेकिन इसके लिए युवाओं को अपने कौशल की पहचान कर उस पर मेहनत करने की आवश्यकता है। इसी कड़ी में कार्यशाला के दूसरे दिन के तीसरे सत्र में महेंद्रगढ़ नारनौल के लोकप्रिय कम्युनिटी रेडियो अरावली रेडियो के निदेशक एवं रिटायर्ड प्राचार्य श्री संत लाल जी ने विकास में कम्युनिटी रेडियो की भूमिका के बारे में बताया। उन्होने बताया कि किस प्रकार कम्युनिटी रेडियो में विषय परक कार्यक्रम निर्माण और लोक सहभागिता से जन जन तक सूचना और जागरूकता लाई जा सकती है।

                   अतिथियों का स्वागत करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार ने कहा कि इस कार्यशाला का उदेश्य विद्यार्थियों को रेडियो प्रसारण का कौशल सीखाना है ताकि वे रेडियो के क्षेत्र में अपना कॅरियर बना सकें। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला से रेडियो कार्यक्रम निर्माण विद्यार्थी सीख सकेंगे। उन्होंने कार्यशाला के आयोजन के लिए संयोजक डॉ. नीरज कर्ण सिंह व सभी शिक्षकों डॉ. सुरेन्द्र, डॉ. पंकज कुमार, आलेख नायक, डॉ. भारती बतरा, एवं श्री गौरव सहित सभी विद्यार्थी मौजूद थे।

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