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महिला सशक्तिकरण से होगा देश के विकास का मार्ग प्रशस्त प्रो. रंजना अग्रवाल

हकेवि में एस.टी.ई.एम. में महिलाओं की भूमिका पर केंद्रित राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ आयोजन

 
महेंद्रगढ़​: हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ द्वारा विज्ञान, तकनीक, अभियांत्रिकी एवं गणित (एस-टी-ई-एम) में महिलाओं की भूमिका विषय पर सोमवार को राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य युवाओं के समक्ष उपस्थित चुनौतियों के निदान व अवसरों पर संवाद स्थापित करना था। एसटीईएम में महिलाओं की भूमिका विषय पर केंद्रित इस एक दिवसीय सम्मेलन में एसटीईएम के विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व की स्थिति में काम करने वाली प्रख्यात महिला वैज्ञानिकों को युवा पीढ़ी, विशेष रूप से लड़की, को उनकी सक्रिय भागीदारी और अकादमिक और करियर के अनुसरण के लिए प्रेरित करने के लिए आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि महिलाओं का अस्तित्व सुंदर जीवन का आधार है और हम सभी को देश की प्रगति में महिलाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें सम्मान देना चाहिए। कुलपति ने इस अवसर पर तकनीक के महत्त्व का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके प्रभाव से महिलाओं के लिए अवसरों में इजाफा हुआ है और वे अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर पा रहीं हैं।
 
इस सम्मेलन का आयोजन महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ द्वारा विद्यालयों, महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों की छात्राओं के लिए किया गया। आयोजन की मुख्य अतिथि सीएसआईआर-राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर), नई दिल्ली की निदेशक प्रो. रंजना अग्रवाल ने लड़कियों के संदर्भ में एसटीईएम में शिक्षा की आवश्यकता और विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित और मैपिंग करियर के विभिन्न क्षेत्रों में उनकी सक्रिय भागीदारी पर बल दिया।एबीबीसी, अजमेर, राजस्थान की सहायक निदेशक प्रो. मोनिका भटनागर ने ऑनलाइन माध्यम से विषय पर अपने विचार रखे। विश्वविद्यालय की शोध अधिष्ठाता व स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेस की अधिष्ठाता प्रो. नीलम सांगवान व विख्यात भौतिक विज्ञानी प्रो. सुनीता श्रीवास्तव ने भी एसटीईएम में महिलाओं की भूमिका के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया। कार्यक्रम संयोजक व महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ. रेणु यादव एवं समन्वयक प्रो. सुरेंद्र सिंह एवं अनीता कुमारी ने कार्यक्रम के आयोजन में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। विश्वविद्यालय की पोषणजीव विज्ञान विभाग की छात्रा महिमा, तोशी, ईशा और मंजीत; शिक्षा पीठ की शोधार्थी मधुसमिता बेहरा ने छात्र समन्वयक के रूप में काम किया। इस सम्मेलन में नेशनल मॉडल स्कूल की छात्राओं व शिक्षकों सहित विश्वविद्यालय की विभिन्न पीठों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्षों, शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने प्रतिभागिता की।

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