
महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सात दिवसीय शिविर में स्वयंसेवकों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने संदेश के माध्यम से स्वयंसेवकों को दैनिक जीवन में प्राथमिक चिकित्सा के महत्त्व से अवगत कराते हुए कहा कि आपात स्थिति के बारे में कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर सकता। ऐसी स्थिति में प्राथमिक उपचार तत्काल राहत के लिए सबसे अच्छा उपाय है जो जीवित रहने की संभावना को बढ़ाता है। उन्होंने स्वयंसेवकों को आपात स्थिति से निपटने के लिए सदैव तैयार रहने के लिए प्रेरित किया।
साप्ताहिक शिविर के चौथे दिन की शुरुआत योग सत्र से हुई। जिसमें विश्वविद्यालय के एनएसएस अधिकारी डॉ. प्रदीप ने प्रतिभागी स्वयंसेवकों को योग के लाभों से अवगत कराया और बताया कि योग हर तरह के रोग से छुटाकारा दिलाने का एक कारगर उपाय है। नियमित योगाभ्यास से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके पश्चात शिविर के अगले सत्र में एनएसएस कॉर्डिनेटर प्रो. दिनेश चहल ने ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास हेतु चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं पर स्वयंसेवकों की जानकारी स्वयंसेवकों के साथ साझा की। इस अवसर पर गांव जांट के सहयोग से स्वयंसेवकों ने पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप-एससी और बीसी, प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण, आयुष्मान भारत-हरियाणा, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पशुधन योजना, उजाला योजना, पीएम जीवन सुरक्षा बीमा योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, कौशल विकास मिशन, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, राष्ट्रीय साधन सह योग्यता छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं का सर्वेक्षण किया और विश्वविद्यालय के स्वयंसेवकों द्वारा एकत्र की गई 700 से अधिक सर्वेक्षण प्रतिक्रियाओं के साथ एक रिपोर्ट एनएसएस अधिकारी डॉ. रेणु यादव और डॉ. प्रदीप को सौंपी। सायंकाल में स्वयंसेवकों ने कैंसर एवं एचआईवी एड्स जागरूकता विषय पर स्लोगन राइटिंग और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।
इसी क्रम में शिविर के पांचवें दिन प्रातःकाल एनएसएस अधिकारी डॉ. प्रदीप और डॉ. रेणु यादव ने नियमित योग सत्र द्वारा स्वस्थ हृदय और सकारात्मक मस्तिष्क स्वास्थ्य बनाए रखने के टिप्स स्वयंसेवकों से साझा किए। इसके पश्चात इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, नई दिल्ली और यूथ रेड क्रॉस सोसाइटी के सहयोग से श्री टेक चंद यादव सत्र में शामिल हुए और महिला स्वयंसेवकों को होम नर्सिंग पर और पुरुष स्वयंसेवकों को प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण का दिया। उन्होंने स्वयंसेवकों के समक्ष कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन, उन्होंने सड़क दुर्घटना, बिजली का झटका, डूबना, सांप के काटने, दिल का दौरा पड़ने जैसी आपातकालीन स्थितियों में जीवन को बचाने के तरीकों से भी प्रतिभागियों को अवगत कराया। अगले सत्र में एनएसएस कॉर्डिनेटर प्रो. दिनेश चहल ने श्री टेकचंद यादव के सहयोग से जांट गांव में ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दिया और बताया कि आपातकालीन स्थिति में जीवन कैसे बचाया जाए। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को भी प्राथमिक चिकित्सा एवं होम नर्सिंग का प्रशिक्षण दिया। शिविर के सायंकालीन सत्र में स्वयंसेवकों ने मनोविज्ञान विभाग की शोधार्थी कुमारी मंजू फोगाट के नेतृत्व में ध्यान सत्र का आनंद लिया।
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