देबाहुति और मालिनी बरुआ की जोड़ी ने रेडबुल शटल अप नेशनल फाइनल में बाजी मारी
• रेडबुल शटल अप भारत का पहला एक्सक्लूसिव वुमन डबल टूर्नामेंट है
देश के 5 शहरों में जबर्दस्त उत्साह और रोमांच से भरपूर क्वॉलिफाइंग राउंड के बाद भारत के पहले एक्सक्लूसिव वुमंस डबल टूर्नामेंट रेडबुल शटल अप के तीसरे संस्करण का आयोजन दिल्ली में शुक्रवार 12 नवंबर 2021 को त्यागराज स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स में किया गया। फाइनल में बैंडमिंटन के कुछ जबर्दस्त और हाईक्वॉलिटी मैचों के बाद गुवाहाटी से देबाहुति लाहोन और मालिनी बरुआ से जीत हासिल की।
गुवाहाटी से देबाहुति लाहोन और मालिनी बरुआ की विजेता जोड़ी के अलावा मुंबई से शुभांगी मजूमदार और रमशा फारूकी, हैदराबाद से आफनान जरीन और अरुण कोमल, चंडीगढ़ से नलिनी मलिक और खुशबू शाह और दिल्ली से सना वर्मा और एकता जोशी ने अपने-अपने शहरों में हुए क्वॉलिफाइंग मैचों को जीत कर रेडबुल शटल अप 2021 के फाइनल में अपनी जगह बनाई।
रेड बुल शटल अप क्वॉलिफायर्स के मैच 5 शहरों, हैदराबाद, चंडीगढ़, दिल्ली, मुंबई और गुवाहाटी में 18 सितंबर से 30 अक्टूबर 2021 तक खेले गए। अलग-अलग शहरों में हुए क्वॉलिफाइंग मैचों को जीतने वाली जोड़ी को राष्ट्रीय स्तर पर रेडबुल शटल अप प्रतियोगिता के फाइनल में अपना हुनर दिखाने का मौका मिला।
दर्शकों या महिला खिलाड़ियों की भागीदारी के मामले में इस खेल की बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखते हुए टूर्नामेंट का उद्देश्य उभरती हुई महिला बैडमिंटन खिलाड़ियों के बीच खेल को बढ़ावा देना और उन्हें इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए प्रेरित करना है।
भारत की मशहूर वुमन डबल शटलर और रेडबुल एथलीट अश्विनी पोन्नपा ने कहा, “देश की इतनी प्रतिभाशाली महिला खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में भाग लेते हुए देखना वाकई उत्साह को चरम सीमा तक बढ़ाने वाला है। मेरी हमेशा से यह इच्छा रही है कि मैं भारत में खासतौर पर महिला खिलाड़ियों के बीच बैडमिंटन के खेल को प्रमोट करूं। रेडबुल जैस प्लेटफॉर्म से जुड़ना वाकई काफी बड़ी उपलब्धि है। रेडबुल इस तरह के मंच प्रदान कर बैडमिंटन की उभरती हुई महिला खिलाड़ियों की उम्मीदों को पंख देते हैं। रेडबुल शटल अप के साथ मेरा अब तक का सफर बेहतरीन रहा है और आगे आने वाले सालों में यह साझेदारी और मजबूती से आगे बढ़ती हुई मुझे दिख रही है।“
रेडबुल शटल अप के विजेताओं की जोड़ी देवाहुति और मालिनी बरुआ ने कहा, “हम रेडबुल शटल अप फाइनल को जीतकर बेहद उत्साहित है। हमने इस टूर्नामेंट के लिए काफी अच्छी तैयारी की थी। देश की बेस्ट टीमों के सामने शानदार खेल दिखाना हमेशा बहुत ही अच्छा अनुभव रहा है। यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है कि रेडबुल जैसे ब्रैंड उभरती हुई महिला खिलाड़ियों को सपोर्ट कर रही है और हमें अपनी प्रतिभा देश के लोगों के सामने पेश करने के लिए एक प्लेटफॉर्म दे रहे हैं।“
गुवाहाटी से देबाहुति और मालिनी बरुआ की विजेता जोड़ी जूनियर लेवल में सीरियल विनर रही है। मालिनी उस टीम का भी हिस्सा रही हैं, जिसने 2019 में सीनियर नैशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया था। मालिनी बरुआ अंडर 19 में डबल्स चैंपियन रह चुकी हैं और 2019 में आयोजित की गई नॉर्थ ईस्ट जोनल चैंपियशिप में मिक्सड डबल में रजत पदक जीत चुकी हैं। उनके पार्टनर देबाहुति बैंडमिंटन में स्कूल लेवल पर नैशनल चैंपियन रह चुके हैं। उन्होंने 2019 में डबल्स ऑल इंडिया रैंकिंग में तीसरा स्थान पाया था।
इस टूर्नामेंट में खासतौर पर 16 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं ने बैडमिंटन में अपना हुनर दिखाया। सभी मैच नॉकआउट बेसिस पर खेले गए, जहां सभी जोड़ियों ने 21 पॉइंट्स (रैली पॉइंट्स) के बेस्ट 3 सेट खेले। हर जोड़ी रेफरी को पूर्व सूचना देकर सेट में एक बार सुपर पॉइंट के लिए कॉल कर सकती थी। सुपर पॉइंट के लिए कॉल करने वाली जोड़ी को 2 पॉइंट तब दिए गए, जब उस जोड़ी ने वह खास पॉइंट जीत लिया। अगर यह जोड़ी वह खास पॉइंट हार गई तो जोड़ी के पॉइंट्स में कोई कटौती नहीं की गई।
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