हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में गुरुवार को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की तैयारी
कर रहे अभ्यर्थियों हेतु प्रेरक व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन
प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) व सामाजिक समरता मंच के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस प्रेरक व्याख्यान में
महेंद्रगढ़ के एसडीएम हर्षित कुमार मुख्य अतिथि तथा विज्ञान भारती हरियाणा की उपाध्यक्ष प्रो. सुनीता
श्रीवास्तव विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। साथ ही कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की समकुलपति प्रो.
सुषमा यादव व कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार की भी गरिमामयी उपस्थित रही।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने अपने संदेश में कहा कि विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों के
सर्वांगीण विकास हेतु हर संभव अवसर उपलब्ध करवा रहा है। उन्होंने कहा कि उनको खुशी है कि
विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के लिये यूपीएससी की तैयारी के लिये डाक्टर अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र का संचालन
कर रहा है और आने वाले समय में हमें इसके बेहतरीन परिणाम देखने को मिलेंगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि
महेंद्रगढ़ के एसडीएम हर्षित कुमार ने कहा कि युवा यदि एक बार पक्का इरादा कर ले तो फिर उसके सामने कोई
भी लक्ष्य बड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि यूपीएसी की तैयारी के लिये हमें एक निश्चित समय सारणी बनानी होगी
और तकनीक का उचित प्रयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि हमें सबसे ज्यादा 12वीं तक की किताबों का गहन
अध्ययन करना होगा और अपने आप को अपडेट रखना होगा। हर्षित कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय की
प्रगति पर हर्ष व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार को बधाई दी। इसी क्रम में कार्यक्रम
की विशिष्ट अतिथि प्रो. सुनीता श्रीवास्तव ने कहा कि परीक्षाओं में सफलता के लिए विद्यार्थियों को दिमाग में
स्थिरता रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें परीक्षा की तैयारी पूर्ण आत्मविश्वास के साथ करनी चाहिए।
विश्वविद्यालय की समकुलपति प्रो. सुषमा यादव ने कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति हेतु हमें अपनी क्षमताओं का ज्ञान
होना चाहिए। अगर हम निश्चित इरादा कर ले तो फिर कुछ भी असंभव नहीं है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी
अपनी कमजोरियों को पहचान कर लक्ष्य प्राप्ति की ओर बढ़ें। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर सुनील कुमार
ने कहा कि परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए विद्यार्थियों में धैर्य, त्याग, ताकत व सोचने-समझने की शक्ति का होना
बहुत आवश्यक है। जिन विद्यार्थियों में ये चार चीजे मौजूद है वह असंभव को भी संभव कर सकता है। उन्होंने
कहा कि विश्वविद्यालय लक्ष्य एक है विद्यार्थियों का विकास तथा उनको उन्नति के अधिकतम संसाधन उपलब्ध
करवाना और इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन सदैव प्रयासरत है। विश्वविद्यालय के सामाजिक समरसता मंच
की छात्र इकाई के प्रभारी अक्षयकांत ने विशेषज्ञ वक्ता का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की छात्रा मौसम ने किया। सामाजिक समरसता मंच की केंद्रीय इकाई के
संयोजक सहायक आचार्य मनीष कुमार ने कहा कि उनका लक्ष्य विश्वविद्यालय की उन्नति में सहयोग करना
तथा विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाना है। कार्यक्रम के अंत में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. राजेश
कुमार दुबे ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
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