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निगम चुनाव में हो रहा है सूचना प्रोद्योगिकी का प्रभावी इस्तेमाल : विजय देव

********इस बार पिछले चुनावों से काफी भिन्न होगा नगर निगम चुनाव ******** पहली बार कंप्यूटर बना रहा है चुनाव के लिये पोलिंग टीमें ******** निगम चुनाव में सूचना तकनीक का प्रभावी इस्तेमाल ******** निगम चुनाव में पहली बार 120 कंपनी केन्द्रीय बलों की होंगी तैनात ******** कुल 2 लाख कर्मचारियों को चुनाव डयूटी पर लगाया

 
 
 
 
संजय टुटेजा
 
दिल्ली में नगर निगम चुनाव का शोर है, एक तरफ जहां राजनैतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हैं तो वहीं दिल्ली राज्य चुनाव आयोग चुनाव की तैयारियों में व्यस्त है। चुनाव की तैयारियों को लेकर राष्ट्रीय सहारा दिल्ली के संवाददाता संजय टुटेजा ने दिल्ली राज्य चुनाव आयुक्त विजय देव से विशेष बातचीत की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश——
 
 
इस बार नगर निगम चुनाव को लेकर क्या खास तैयारी है ?
 
 दिल्ली नगर निगम का चुनाव इस बार पिछले चुनावों से कई तरीके से भिन्न होगा। इस बार जहां निगम चुनाव में सभी चुनाव टीमें विशेष रूप से बनवाये गये एक डिजिटल तरीके से साफटवेयर द्वारा बनाई जा रही है वहीं सुरक्षा की दृष्टि से पहली बार निगम चुनाव में केन्द्रीय सशस्त्र बलों की 120 कंपनियां तैनात की जा रही है। पहली बार गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव, दिल्ली के मुख्य सचिव, दिल्ली पुलिस आयुक्त और अतिरिक्त सचिव यूटी को व्यापक सुरक्षा व्यवस्था में शामिल किया गया है। 
 
लोकसभा व विधानसभा चुनावों से किस तरह भिन्न है यह चुनाव  ?
 
लोकसभा व विधानसभा के चुनाव राज्यों में भी भारतीय चुनाव आयोग द्वारा कराये जाते हैं और दिल्ली में मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय यह चुनाव संपन्न कराता है, लेकिन चूंकि लोकतंत्र में त्रिस्तरीय चुनाव व्यवस्था है, इसलिये राज्यों में निकायों व पंचायत स्तर के चुनाव राज्य चुनाव आयोग द्वारा कराये जाते हैं, इसलिये दिल्ली में नगर निगम चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी मुख्य चुनाव कार्यालय की नहीं बल्कि दिल्ली राज्य चुनाव आयोग की है। 
 
क्या निगम चुनाव में भी लोकसभा व विधानसभा चुनाव की तरह ही प्रबंधन किया जाता है  ?
 
         इस बार  दिल्ली में नगर निगम का चुनाव पहली बार लोकसभा व विधानसभा की तर्ज पर किया जा रहा है और तैयारियों व सुरक्षा को लेकर वह सभी इंतजाम किये गये हैं जो अब तक केवल विधानसभा या लोकसभा चुनाव में किये जाते थे।   सुरक्षा को लेकर विशेष  सतर्कता बरती जा रही है। पहली बार संवेदनशील मतदान केन्द्रों व मतगणना केन्द्रों में माइक्रो आब्जर्वर तैनात करने, वेब कास्टिंग करने, सीसीटीवी कैमरे लगाने तथा अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किये जाने जैसे उपाय किये जा रहे हैं जो अब तक निगम चुनावों में नहीं किये जाते थे।
 
सूचना प्रोद्योगिकी के इस युग में चुनाव प्रबंधन में सूचना प्रोद्योगिकी का कितना इस्तेमाल हुआ है  ?
 
  
पहली बार समूचे चुनाव को डिजिटल तरीके से संपन्न कराया जा रहा है। यहां तक कि आयोग ने ईवीएम के प्रबंधन, पोलिंग टीमों व रिसेप्शन पार्टयिो्रं मतगणना गणना टीमों, सेक्टर अधिकारियों के गठन और तैनाती, मतदान केंद्रों की तैयारी व मतदाता सूची को अंतिम रूप देने जैसी सभी प्रमुख चुनाव गतिविधियों को करने के लिए आईटी प्रौद्योगिकी अनुकूलित सॉफ्टवेयर को अपनाया है और सभी कार्य डिजिटल तरीके से किये गये हैं ताकि पारदर्शिता बनी रहे। इसाके अलावा आतंरिक चुनाव प्रबंधन भी पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड किया जा रहा है ताकि कहीं गलती की कोई संभावना ना रहे। 
 
चुनाव में क्या आम मतदाता को भी सूचना प्रोद्योगिकी से जोडा गया है  ?
 
हां, इस बार दिल्ली चुनाव आयोग ने एक विशेष एप लांच किया है। इस एप में कोई भी मतदाता अपने मतदान केन्द्र, मतदाता स्थल, अपने मताधिकार पत्र आदि के बारे में जानकारी हासिल कर सकता है। इसके अलावा चुनाव को लेकर प्राप्त हो जाने वाली शिकायतों को प्राप्त करने तथा उनके निस्तारण के लिये भी कम्पयूटराइज्ड व्यवस्था है। निगम चुनाव के लिये लांच किये गये विशेष एप में आम जनता ना केवल शिकायत दर्ज कर सकती है बल्कि शिकायत से संबधित का वीडियो बनाकर भी अपलोड कर सकती है।
 
चुनाव में कुल कितने सुरक्षा बल तैनात किये जा रहे हैं  ?
 
चुनाव को निष्पक्ष तथा पारदर्शी तरीके से कराने के लिये दिल्ली पुलिस के 90453 सुरक्षाबलों तथा अन्य जवानों के अलावा 120 कंपनियां केन्द्रीय सुरक्षा बलों की तैनात की जा रही हैं। मतदान टीमों तथा प्रबंधन में लगे अन्य कर्मचारियों व सुरक्षा बलों सहित लगभग दो लाख कर्मचारी चुनाव संपन्न कराने की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। उन्होंने बताया कि ईवीएम के जरिए पारदर्शी चुनाव कराने के लिये 56 हजार एम-2 माडल की नई ईवीएम खरीदी गई हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव के दिल मतदाताओं की सहायता के लिये एनजीओ, एनसीसी, एनएसएस,स्काउट्स एंड गाइड्स व स्वैच्छिक संगठनों को भी लगाया जायेगा। उन्होंने बताया कि चुनाव में कुल 1,45,05,322 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। 
 
साभार राष्ट्रीय सहारा

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