Institutional Activities

हकेवि में कवि सम्मलेन का हुआ आयोजन

विश्वविद्यालय के कोडिंग क्लब एवं साहित्यिक संस्था आजाद कलम के साझा प्रयासों से आयोजित इस कवि सम्मेलन में हास्य रस, श्रृंगार रस, हास्य व्यंग्य व वीर रस की कविताओं ने सभी का मन मोह लिया।

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में मंगलवार को कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय
के कोडिंग क्लब एवं साहित्यिक संस्था आजाद कलम के साझा प्रयासों से आयोजित इस कवि सम्मेलन में हास्य रस,
श्रृंगार रस, हास्य व्यंग्य व वीर रस की कविताओं ने सभी का मन मोह लिया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर
कुमार ने इस अवसर पर उपस्थित कवियों व विशिष्ठजनों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह आयोजन अवश्य ही
सहभागियों में नई ऊर्जा के संचार में मददगार साबित होगा। कुलपति ने इस आयोजन के लिए कोडिंग क्लब एवं
साहित्यिक संस्था आजाद कलम का धन्यवाद करते हुए कहा कि आयोजन में सम्मिलित कवियों विभिन्न रसों में अपनी
महारत रखते हैं। अवश्य ही इस आयोजन के माध्यम से प्रतिभागियों को कुछ नया सीखने का अवसर मिलेगा। इस मौके
पर विश्वविद्यालय की समकुलपति प्रो. सुषमा यादव व विश्वविद्यालय की प्रथम महिला प्रो. सुनीता श्रीवास्तव भी
उपस्थित रहीं।
इस अवसर पर प्रो. सुनीता श्रीवास्तव ने सभी कवियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह आयोजन आनंद का
अवसर देने वाला है। कवि अक्सर मनोरंजन के साथ साथ बेहद अनोखे अंदाज में अपनी बात कह जाते हैं जोकि हमें
संवेदनशील विषयों के करीब ले जाते हैं। आज का आयोजन भी ऐसा ही अवसर प्रदान करने वाला है। विश्वविद्यालय में
आयोजित इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ. सुनील बैफलावत ने बताया कि आयोजन में हास्य कवि पी.के. मस्त व पी.के.
आजाद, हास्य व्यंग्य नवल घुणावत, वीर रस के विनय विनम्र, सपना सोनी तथा शायर शाह आफताब उपस्थित रहे और
उन्होंने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य विश्वविद्यालय के विभिन्न सहभागियों के
बीच आपसी समन्वय को बेहतर बनाना है। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए वाद विवाद व
ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आयोजन के सहसंयोजक डॉ. दिव्या, डॉ. अभिरंजन कुमार, डॉ. मनीष
कुमार, डॉ. जितेंद्र कुमार, डॉ. प्रीति मराठा, डॉ. मारूति मुलाका, डॉ. अनूप तिवारी तथा डॉ. नितिन गोयल सहित भारी
संख्या अधिकारी, शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मचारी उपस्थित रहे।

Click Here for More Institutional Activities