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समाज को सच बताना मीडिया का दायित्व प्रो. टंकेश्वर कुमार

मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट सोनिया ने अपने संबोधन में पत्रकारिता के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला और अपनी पहचान के साथ कार्य करने हेतु प्रतिभागियों को प्रेरित किया।

  • पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर वेबिनार आयोजित

हरियाणा :- हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के उपलक्ष्य में वेबिनार का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार द्वारा अति स्थानीय पत्रकारिता, मुद्दे, अवसर एवं चुनौतियां विषय पर आयोजित इस एक दिवसीय वेबिनार में द मसाला के संपादक सर्व मित्र कंबोज, संस्कार क्रांति के संपादक करमू व मल्टीमीडिया जर्नलिज्म की विशेषज्ञ सोनिया सत्यनिता विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहीं। वेबिनार के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि मीडिया का काम समाज को सच बताना है। मीडिया में काम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है कि वे आमजन को सच्चाई से अवगत कराएं। जब देश में प्रत्येक मीडियाकर्मी इस नजरिए से काम करेगा तभी मीडिया की विश्वसनीयता व समाज में उसकी भूमिका का सही निर्वाह होगा। उन्होंने कहा कि नई सूचना तकनीक के आने से माध्यम बदल रहे हैं लेकिन पत्रकार व पत्रकारिता का दायित्व वही है जो पहले था। कुलपति ने कहा कि नई तकनीक का लाभ आमजन के साथ-साथ पत्रकारिता के क्षे़त्र में काम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को हुआ है। उन्होंने समाज के विकास में मीडिया के योगदान की सराहना की।

विश्वविद्यालय की समकुलपति प्रो. सुषमा यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रेस दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े पत्रकारों को उनके कार्य के लिए सराहा जाता है और पुरस्कृत भी किया जाता है। ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन बहुत जरूरी है चूंकि चर्चा व संवाद से ही से विद्यार्थी पत्रकारिता क्षेत्र में चुनौतियों एवं अवसर को समझ सकेंगे। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता उसी प्रकार एक व्यवसाय है जैसे की शिक्षा, डॉक्टर, वक़ील, या कोई भी अन्य व्यवसायी है। कोई भी व्यवसाय बिना नैतिकता के नहीं चलता है। उन्होंने कहा कि हाइपर लोकल जर्नलिस्ट वास्तव में स्थानीय लोगों की समस्याओं को प्रशासन के संज्ञान में लाते हैं और वैश्विक स्तर तक भी पहुँच जाते हैं। ऐसे में ‘मैं‘ पर सीमित न होकर समाज कल्याण पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। तथ्यपरक सूचना को प्रसारित कर राष्ट्र और समाज कल्याण किया जा सकता है। हमारे विश्वविद्यालय एवं जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग का यही प्रयास है कि प्रशिक्षित एवं नैतिक पत्रकारों का निर्माण करें।

इससे पूर्व पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार ने वेबिनार में उपस्थित विशेषज्ञों का अभिनन्दन किया और वेबिनार की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि नई तकनीक व नए माध्यमों के कारण समाचारों की शैली एवं प्रस्तुती बदल गई है। समाचार पत्रों के स्थानीय परिशिष्टों के बजाए सोशल मीडिया के माध्यम से पत्रकारिता इस क्षेत्र में एक नई क्रांति है। वेबिनार में विशेषज्ञ सर्व मित्र कंबोज ने कहा कि आज प्रत्येक व्यक्ति के हाथ में मोबाइल है। सोशल मीडिया के समय में सोशल मीडिया पत्रकारिता के क्षेत्र में बहुत अवसर है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में शिक्षा के साथ साथ प्रेक्टिकल टेªनिंग ज्यादा जरूरी है ताकि पढ़ाई के तुरंत बाद नौकरी ज्वाइन कर सकें। वेबिनार के दूसरे विशेषज्ञ देसी पत्रकार करमू ने सभी को प्रेस डे की बधाई देते हुए कहा कि पत्रकार के जीवन में चुनौती अक्सर आती है इसे टॉनिक मानकर चलें। सच्चाई और ईमानदारी से अपना काम करें और काम से लोगों को जवाब दे। माँ बोली अपनी क्षेत्रीय भाषाओं को विश्व तक पहुँचाए। अति स्थानीय मुद्दों को अति स्थानीय भाषा में ही जड़ों तक पहुँचाए जा सकता है। सोशल मीडिया पत्रकारिता प्रेजेंटेशन का खेल है यदि कोई भी कंटेंट वास्तव में लोगों तक पहुँचाना है तो क्षेत्रीय भाषा में पहुँचाना होगा। उन्होंने कहा कि नए विद्यार्थियों के लिए सोशल मीडिया बहुत अच्छा अवसर है। मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट सोनिया ने अपने संबोधन में पत्रकारिता के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला और अपनी पहचान के साथ कार्य करने हेतु प्रतिभागियों को प्रेरित किया। 

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