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शिव नादर स्कूल के छात्रों द्वारा वास्तविक दुनिया की समस्याओं का समाधान करने के उद्देश्य से किये गए नवाचार ने कोलोक्वियम 2023 में महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया

रचनात्मकता और समस्या-समाधान की प्रतिभा के शानदार प्रदर्शन में, शिव नादर स्कूल गुरुग्राम, फ़रीदाबाद और नोएडा (K12 शिक्षा में शिव नादर फाउंडेशन की एक गैर-लाभकारी पहल) के 10वीं कक्षा के छात्रों ने कोलोक्वियम 2023 में वास्तविक जीवन की समस्याओं का समाधान करने वाले कुछ नवीनतम तकनीकी प्रोटोटाइप प्रस्तुत किए।

गुरुग्राम,  जनवरी, 2024 - रचनात्मकता और समस्या-समाधान की प्रतिभा के शानदार प्रदर्शन में, शिव नादर स्कूल गुरुग्राम, फ़रीदाबाद और नोएडा (K12 शिक्षा में शिव नादर फाउंडेशन की एक गैर-लाभकारी पहल) के 10वीं कक्षा के छात्रों ने कोलोक्वियम 2023 में वास्तविक जीवन की समस्याओं का समाधान करने वाले कुछ नवीनतम तकनीकी प्रोटोटाइप प्रस्तुत किए। प्रथम पुरस्कार टीम कम्यूनिका को मिला, जो शिव नादर स्कूल गुरुग्राम)  (से थी, इस टीम में आदित्य सेठ, समैरा तनेजा, वनिज गुप्ता, अरमान श्रीवत्सन और सहराज कपूर शामिल थे। संकेत भाषा को कथन में और इसके विपरीत, अनुवाद करने वाले एक बुद्धिमान ग्लव्स के उनके अभूतपूर्व आविष्कार से उन्हें CERN की यात्रा करने का मौका मिला है। CERN यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन है, जो वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए दुनिया के सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित केंद्रों में से एक है। यह दुनिया का सबसे बड़ा और सर्वोच्च ऊर्जा वाला पार्टिकल कोलाइडर लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (एलएचसी) का स्थल है।
एक और शानदार समूह, टीम ब्लिंकटॉक, जो शिव नादर स्कूल गुरुग्राम) ( से था, ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। इस टीम में अक्षया तेहलान, अंबर पुन्नी, अयान सचदेवा, और कुन्शिमा मल्होत्रा शामिल थे, जिन्होंने एक "ए.आई." सक्षम संवाद पारिस्थितिकी तैयार की थी, जो अफेजिया से पीड़ित व्यक्तियों के लिए बनाई गई थी। इन  प्रोजेक्ट्स को एक कठिन दो-स्तरीय मूल्यांकन प्रक्रिया से गुजरना पड़ा, जिसमें पहले एक उप-जूरी द्वारा इनका मूल्यांकन किया गया, जिसके बाद प्रस्तुति और चर्चा हुई, और आगे एक बाहरी जूरी द्वारा भी इसका मूल्यांकन किया गया। बाहरी जूरी में माननीय व्यक्तियों जैसे कि श्री समिक रॉय, कार्यकारी निदेशक (कॉर्पोरेट, मीडियम, स्मॉल बिजनेस), माइक्रोसॉफ्ट इंडिया; श्री लोकवीर कपूर, कार्यकारी अध्यक्ष और सह-संस्थापक, पाइन लैब्स; और श्री गौरव मेहता, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, नॉइज़ ने प्रत्येक परियोजना की व्यवहार्यता, सौंदर्यिक आकर्षण, और प्रभावकारिता का मूल्यांकन किया। 
 
कर्नल (सेवानिवृत्त) गोपाल करुणाकरण, सीईओ, शिव नादर स्कूल ने प्रकाश डाला, 
"कॉलोक्वियम हमारे छात्रों के लिए एक मंच है, जहां वे छह महीनों के दौरान वास्तविक दुनिया की चुनौतियों की पहचान करते है और उनका समाधान करते है। यह सीखने और समस्या-समाधान के लिए एक गतिशील और संलग्न दृष्टिकोण है, जहां छात्रों को समस्याएं पहचानने, टीम बनाने, और अपने प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम से सीखों को वास्तविक दुनिया के संदर्भ में लागू करने का अधिकार होता है। वे हमारे एकीकृत प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम और कक्षाओं के भीतर दिए जाने वाले ज्ञान का फ़ायदा उठाते हैं। अनुभवात्मक शिक्षण दृष्टिकोण शिक्षार्थियों को अपने व्यावहारिक अनुभवों को प्रतिबिंबित करने और व्यवहार्य प्रोजेक्ट्स के साथ आने और उन्हें वास्तविक दुनिया में लागू करने की क्षमता विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करता है।”
 
शिव नादर स्कूल के शिक्षा निदेशक डॉ. शशि बनर्जी ने जोर देते हुए कहा, “शिव नादर स्कूल में, हमारी विचारधारा को जिज्ञासा, प्रगतिशीलता, और विनम्रता से बुना गया है, जिनका मिशन सीखने के लिए आनंद को प्रेरित करना, रचनात्मकता और एक उद्देश्य की भावना को बढ़ावा देना है। हमारे पाठ्यक्रम छात्रों को डिज़ाइन के बारे में सोचने का अनुभव प्रदान करते है, जिससे उन्हें सहानुभूति के परिप्रेक्ष्य से देखते हुए, अधिक जटिल मुद्दों का सामना करने की क्षमता मिलती है। सहानुभूति और समावेशन को शिक्षा के विशेषाधिकार के मूल में होना चाहिए। कोलोक्वियम इस विश्वास को क्रियान्वित करता है। हमारे छात्र न केवल उन्नत तकनीकी अवधारणाओं को समझते हैं, बल्कि मानवीय तत्त्वों को अपने मूल में रखते हुए वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए  उनका उपयोग करके नवप्रवर्तन भी लाते है। एक नवाचारी सांकेतिक भाषा अनुवादक से लेकर मानसिक स्वास्थ्य के लिए एआई चैटबॉट तक, हमारे छात्रों ने हर बार दिखाया है, कि समाज में सार्थक योगदान देने के लिए नए अवसरों को कैसे खोला जा सकता है। यह हमारे विश्वास को और भी मजबूत करता है, कि छात्रों को इस गतिशील दुनिया में सहनशीलता और उद्देश्य के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार करना है।''
 कुछ अन्य नवाचार जिन्होंने जूरी द्वारा विशेष उल्लेख प्राप्त किया वो थे:
1. लिंबश्योर - एक लागत प्रभावी तंत्रिका कृत्रिम बांह बेहतर स्वतंत्रता और गतिशीलता प्रदान करने के लिए 
2. एरास - स्लीप एपनिया के मरीजों के लिए एक सुखद लेकिन प्रभावी और टिकाऊ BiPAP मास्क
3. एग्रो वेंचर - उन्नत फसल निर्णयों के लिए रियल टाइम मिट्टी विश्लेषण के साथ किसानों को सशक्त बनाने वाला एक IoT उपकरण
4. रीप्लास्टिफ़ाइ- पेटबोतलों की अपसाइक्लिंग करके 3D प्रिंटिंग के फिलामेंट्स बनाना, जिससे वैयक्तिकृत उत्पादों की छपाई की जा सकती है
5. लिम्बटेक- पैरापलेजिया से पीड़ित रोगी व्यक्तियों के लिए एक किफायती एआई-संचालित ट्रांस्टिबियल कृत्रिम समाधान

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