Latest News

हकेवि में बीएड व एमएड विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन कार्यक्रम आयोजित

विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि यह इंडक्शन कार्यक्रम अवश्य ही नए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली से अवगत कराने में मददगार साबित होगा।

हरियाणा :- हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा बुधवार को शैक्षणिक सत्र 2023-24 में नव प्रवेशित बीएड व एमएड विद्यार्थियों  के लिए इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि यह इंडक्शन कार्यक्रम अवश्य ही नए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली से अवगत कराने में मददगार साबित होगा।

कार्यक्रम की शुरुआत बी.एड. के संकायों और छात्र प्रतिनिधियों द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। तत्पश्चात स्कूल ऑफ एजुकेशन की अधिष्ठाता एवं शिक्षक शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. सारिका शर्मा ने बताया कि इंडक्शन कार्यक्रम का उद्देश्य नए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के नए वातावरण में सहज महसूस कराना, दैनिक दिनचर्या निर्धारित करना, बैच के सदस्यों के साथ-साथ संकाय और वरिष्ठ विद्यार्थियों के बीच संबंध बनाना, कार्यक्रम की प्रकृति से परिचित कराना है। उन्होंने बीएड और एमएड में उपलब्ध करियर के अवसरों से भी प्रतिभागियों को अवगत कराया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर सारिका शर्मा, डीन, स्कूल ऑफ एजुकेशन और प्रमुख, शिक्षक शिक्षा विभाग के मार्गदर्शन में की गई थी। कार्यक्रम में पूरे संकाय, सहायक कर्मचारी और बड़ी संख्या में नए और पुराने छात्र शामिल हुए। विभाग के प्रो. गौरव सिंह ने विश्वविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं से प्रतिभागियों को का अवगत कराया।

बी.एड. कार्यक्रम समन्वयक प्रो. दिनेश चहल ने कहा कि विद्यार्थी किसी भी शैक्षणिक संस्थान के पहले हितधारक होते हैं। वे शिक्षण संस्थान की धुरी हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को जिम्मेदारियां निभाने के लिए तत्पर रहने का भी आह्वान किया। विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो. नंदकिशोर ने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय परिसर में अपनाए जाने वाले अनुशासन के बारे में जानकारी दी और उन्हें किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता की गतिविधियों में शामिल न होने की अपील की। विभाग की सहायक आचार्य एवं महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ की समन्वयक डॉ. रेनू यादव ने एमएड पाठ्यक्रम के स्वरूप से प्रतिभागियों को विस्तार से बताया। उन्होंने  छात्राओं से अपील की कि यदि उन्हें कोई समस्या हो तो वे उनसे संपर्क कर सकती हैं। विभाग की सहायक आचार्य डॉ. आरती यादव ने बीएड पाठ्यक्रम स्वरूप के बारे में जानकारी दी। विद्यार्थियों ने आईसीटी लैब, भाषा संसाधन, गणितीय संसाधन केंद्र, एकीकृत विज्ञान संसाधन केंद्र, मनोविज्ञान प्रयोगशाला, कला और शिल्प संसाधन केंद्र और केंद्रीय पुस्तकालय का दौरा किया।  

Click Here for More Latest News