Institutional Activities

हकेवि में विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के समाजशास्त्र विभाग द्वारा विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया।

हरियाणा :- हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के समाजशास्त्र विभाग द्वारा विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया। प्रशासनिक सेवाओं में समाजशास्त्र विषय की भूमिका पर केंद्रित इस विशेषज्ञ व्याख्यान में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में समाजशास्त्र विभाग के प्रो. खजान सिंह सांगवान विशेषज्ञ वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। प्रो. खजान सिंह सांगवान ने अपने व्याख्यान में सिविल सेवा परीक्षाओं में समाजशास्त्र विषय के बढ़ते महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान मे समाजशास्त्र विषय भारत में एक उभरता विषय है, जो केवल सिविल सेवा परीक्षाओं में ही नहीं, बल्कि सामाजिक कल्याण, श्रम कल्याण, बाल और महिला विभाग, स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण और पंचायती विकास आदि कई सरकारी विभागों में शामिल है। सिविल सेवा परीक्षाओं के संदर्भ में प्रो. सांगवान ने कहा कि समाजशास्त्र सिर्फ एक वैकल्पिक विषय के तौर पर ही प्रसिद्ध नहीं हो रहा है अपितु सामान्य अध्ययन एवं नैतिकता संबंधी परीक्षाओं की विषय वस्तु में भी समाजशास्त्र विषय अत्यंत महत्त्वपूर्ण सिद्ध हो रहा है। प्रो. संगवान ने इन परीक्षाओं में उत्तर लेखन कौशल के महत्त्व पर चर्चा की और कहा कि अभ्यर्थी को यह समझना चाहिए कि यूपीएससी एक अभ्यर्थी के अंदर कौन सी क्षमताओं को खोजती है। उन्होंने प्रतिभागियों को अनुशासन में बने रहकर यूपीएससी तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। 

व्याख्यान के बाद सवाल-जवाब सत्र के दौरान विशेषज्ञ ने विद्यार्थियों के सवालों का जवाब दिया। इस कार्यक्रम ने ज्ञान के समृद्ध आदान-प्रदान के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया, जिसने सभी उपस्थित लोगों को देश के प्रशासनिक परिदृश्य को आकार देने में समाजशास्त्र की बढ़ती प्रमुखता को पहचानने के लिए प्रेरित किया। साथ ही, इसने एक समृद्ध शैक्षणिक वातावरण प्रदान करने, अंतःविषय शिक्षा को प्रोत्साहित करने और सामाजिक महत्व के विषयों पर व्यावहारिक चर्चा की सुविधा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के सहायक आचार्य डॉ. युधवीर जैलदार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ. टी. लोंग्कोई, डॉ. रीमा गिल, सुश्री प्रज्ञा व सुश्री कश्मीरा सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक, विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे। 

 

Click Here for More Institutional Activities