महेन्द्रगढ । हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित और भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर), नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित, शोध पद्धति और अकादमिक लेखन पर दो सप्ताह के क्षमता निर्माण कार्यक्रम के तीसरे दिन की शुरुआत प्रतिभागियों डॉ. नेहरशी और श्री सिद्धांत के प्रस्तुतिकरण के साथ हुई। उन्होंने प्रशिक्षण के पिछले दो दिनों के अनुभव साझा किए।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार इस आयोजन के लिए आयोजकों की सराहना की और विशेषज्ञों के प्रति आभार व्यक्त किया। आयोजन में विशेषज्ञ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एस.के. चहल ने शोध समस्याओं की पहचान व परिष्करण, शोध प्रश्नों को तैयार करने और उद्देश्यों को परिभाषित करने पर केंद्रित व्याख्यान दिया। इसी क्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर उर्मी नंदा बिस्वास ने सामाजिक विज्ञान में डेटा संग्रह और फोकस ग्रुप डिस्कशन, डिस्कोर्स एनालिसिस, कंटेंट एनालिसिस और थीमैटिक एनालिसिस जैसी विश्लेषण तकनीकों पर चर्चा की।
आयोजन के चौथे दिन हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राजीव कुमार सिंह ने शोध से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। वित्त अधिकारी प्रोफेसर विकास कुमार ने शोध प्रबंधन के लिए फंडिंग एजेंसियों की पहचान पर अपना व्याख्यान दिया। साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नवीन कुमार ने सामाजिक विज्ञान में गुणात्मक शोध के महत्व को संबोधित किया।
आयोजन में कोर्स के सह-निदेशक डॉ. विष्णु नारायण कुचेरिया ने प्रतिभागियों को अकादमिक लेख की रूपरेखा तैयार करने में व्यावहारिक मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम निदेशक प्रोफेसर पायल कंवर चंदेल ने विशेषज्ञों और प्रतिभागियों के साथ सक्रियता से चर्चा कर प्रतिभागियों को अपने शोध और प्रकाशन प्रयासों को आगे बढ़ाने व नए कौशल हासिल करने के लिए प्रेरित किया।
Click Here for More Institutional Activities