स्मृति कुमारी
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती के अवसर पर एक बड़ा एलान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि महागठबंधन में सात दल एक साथ है। सभी सातों दलों ने मिलकर यह तय कर दिया है कि आगे शिक्षकों की बहाली सरकारी ही होगी। दो लाख से ज्यादा बहाली की जाएगी।
यह बहाली इसी साल की जाएगी । साथ ही जो पहले से हैं उनके वेतन बढ़ोतरी की जाएगी।
बिहार में नई शिक्षक भर्ती नीति को लेकर टीईटी और एसटीईटी (Tet and Stet) के अभ्यर्थी हंगामा कर रहे हैं। वहीं, इस मुद्दे पर शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सभी जिलों से रिक्तियों की मांग की गई है। बहाली के लिए विज्ञापन जल्द ही निकाला जाएगा।
बिहार कैबिनेट ने 2.25 लाख रिक्तियों को भरने के लिए बिहार में शिक्षक भर्ती के लिए नए दिशानिर्देशों को मंजूरी दे दी है। शिक्षक भर्ती के नए नियमों से यह एक केंद्रीकृत प्रक्रिया बन गयी है। इसके अलावा, नए नियुक्त शिक्षकों को राज्य सरकार के कर्मचारियों के समतुल्य भत्ते और सुविधाएं मिलेंगी।
पहले, शिक्षकों की नियुक्ति पंचायती राज के माध्यम से की जाती थी, जिसके कारण अतीत में कई विवाद हुए हैं। बिहार के सरकारी स्कूलों में लंबे समय से लंबित शिक्षकों की भर्ती को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार कैबिनेट ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
शिक्षकों की भर्ती के लिए नया आयोग बनेगा। शिक्षकों को जिलेवार संवर्गों में विभाजित किया जाएगा और वे राज्य कर्मचारियों के समकक्ष होंगे। उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए शिक्षकों को विषयवार संवर्ग प्रणाली में विभाजित किया जायेगा।
बिहार सरकार ने 2022-2023 के बजट सत्र के दौरान घोषणा की है कि आगामी बिहार शिक्षक भर्ती में 48,762 प्राथमिक शिक्षक, 5,886 शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षक, माध्यमिक विद्यालयों में 44,193 शिक्षक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 89,734 शिक्षक और 7,360 कंप्यूटर शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे ।
Click Here for More Latest News