Latest News

आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता के लिए कौशल विकास आवश्यक प्रो. टंकेश्वर कुमार

-हकेवि में कौशल विकास कार्यक्रम पर विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित, -महाराजा अग्रेसन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.के. गुप्ता ने किया संबोधित

कार्यक्रम के मुख्यातिथि प्रो. आर.के गुप्ता का स्वागत करते कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार

 

 महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के सेंटर फॉर इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन आत्मनिर्भर भारत मिशन में कौशल विकास की भूमिका विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के व्यावसायिक अध्ययन एवं कौशल विकास विभाग के सहयोग से आयोजन इस व्याख्यान में महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.के. गुप्ता मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे जबकि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।   

विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मूलचंद सभागार में आयोजित विशेषज्ञ व्याख्यान की शुरूआत विश्वविद्यालय के कुलगीत के साथ हुई। विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन एवं कार्यक्रम की संयोजक प्रो. सुनीता श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण देते हुए आत्मनिर्भर भारत मिशन से प्रतिभागियों को अवगत कराया और कहा कि भारत युवाओं का देश है और भारत को आत्मनिर्भर बनाने में युवाओं की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि हालांकि बेरोजगारी हमारे समक्ष एक समस्या है लेकिन यदि हमें पता है कि हमें अपनी ऊर्जा किस दिशा में लगानी है तो हम उल्लेखनीय परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। इसी लक्ष्य की प्राप्ति हेतु भारत पिछले सात से आठ सालों से निरंतर कौशल विकास की दिशा में अग्रसर हुआ है और पढ़ाई के साथ-साथ कौशल विकास पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है और आत्मनिर्भर भारत मिशन के अंतर्गत हम इस दिशा में समूचे विश्व में समक्ष एक उदाहरण के रूप में उपस्थित है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने आत्मनिर्भर भारत का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिखाया गया यह सपना हमें अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार करता है। आज जिस तरह के हालात समूचे विश्व में बने हुए हैं, उन्हें देखते हुए जरूरी हो जाता है कि देश अपनी आवश्यकताओं की स्वयं कर पाने में सक्षम हो। कोरोना महामारी के दौरान शुरू हुआ आत्मनिर्भर भारत अभियान कौशल विकास के माध्यम से सफलता के नए आयामों को प्राप्त कर रहा है। आयोजन में मुख्य वक्ता प्रो. आर. के. गुप्ता ने अपने संबोधन में भारत के संदर्भ में कौशल विकास की महत्ता पर प्रकाश डाला और परम्परागत पाठ्यक्रमों से इतर व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की बढ़ती महत्ता पर विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आज के समय में कौशल विकास हर युवा के लिए महत्त्वपूर्ण है और पढ़ाई के साथ-साथ यदि कौशल सम्पन्न होते हैं तो सफलता के नए मार्ग प्रशस्त होते हैं। आज के समय में सरकार के स्तर पर भी इस तरह के पाठ्यक्रमों को संचालित किया जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत मिशन के अंतर्गत ऐसे अनेकों अवसर युवाओं को उपलब्ध हैं। बस आवश्यकता है अपनी क्षमता को पहचानकर आगे बढ़ने की। कार्यक्रम में मंच का संचालन सुनील अग्रवाल ने किया। आयोजन के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुयश मिश्र ने दिया। इस कार्यक्रम के आयोजन में स्कूल ऑफ लाइफ-लर्निग के अधिष्ठाता व कार्यक्रम के आयोजन सचिव प्रो. पवन कुमार मौर्य ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की विभिन्न पीठों के अधिष्ठाता, शिक्षक, विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे।

Click Here for More Latest News