नई दिल्ली। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि एनटीए में खामियों के सुधार के लिये उच्च्स्तरीय कमेटी का गठन होगा और एनटीए के ढांचे, प्रक्रिया, पारदर्शिता व डाटा सिक्योरिटी में सुधार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में जीरो एरर नीति बनाई जायेगी और परीक्षाओं में धांधली में शामिल किसी बड़े से बड़े अधिकारी को बख्शा नहीं जायेगा।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार नीट यूजी परीक्षा में धांधली पर बिहार सरकार से डिटेल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है और सकरार छात्र छात्राओं के भविष्य को प्राथमिकता देगी। उन्होंने कहा कि इस संवेदनशील मुददे पर अफवाहें ना फैलायें व इस मुददे को राजनीतिक दृष्टि से ना देखा जाये उन्होंने कहा कि सरकार धांधली व पेपर लीक मामले के पुख्ता प्रमाण एकत्र कर रही है। देश के भविष्य को सुरक्षित करना तथा परिक्षाओं में पारदर्शिता व गुणत्ता को सरकार सुरक्षित करेगी। उन्होंने कहा कि मंत्रालय को बिहार सरकार से पेपर लीक व धांधली के बारे में जानकारी मिली है और केन्द्र सरकार ने इस संबध में डिटेल रिपोर्ट बिहार सरकार से मांगी है ताकि पेपर लीक व धांधली के पुख्ता सबूत इक्टठा किये जा सकें। उन्होंने कहा कि पुख्ता सबूत सामने आने के बाद जो भी दोषी होगा, चाहे वह एनटीए का बड़े से बड़ा अधिकारी क्यों ना हो उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने कहर कि केन्द्र सरकार के लगातार संपर्क में हैं, और जानकारी लगतार आ रही है, आज भी चर्चा हुई है, बिहार पुलिस उस घटना की तह तक जा रही है, वह डिटेल रिपोर्ट जल्दी ही वह सरकार को भेजेंगे। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च प्राथमिकता विथार्थियों के भविष्य को दी जायेगी। उन्होंने बताया कि एनटीए की खामियों में सुधार के लिये सरकार के हाई लेवल कमेटी गठन करने जा रही है जो एनटीए के ढांचे, प्रक्रिया, पारदर्शिता, डाटा सिक्युरिटी को इम्प्रुव करने के लिये सुझाव देगी और कमेटी की संस्तुतियों के आधार पर देश में जीरो एरर परीक्षा प्राणाली बनाई जायेगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा में जीरो एरर सरकार की प्रतिबद्धता है।
उन्होंने कहा कि छात्र छात्राएं इस देश का भविष्य है, इस संवेदनशील मुददे पर अफवाह ना फैलाई जाये, इसको राजनीतिक दृष्टि से ना देखा जाये। यूजीसी नेट से संबधित एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि यूजीसी यूजीसी चेयरमैन को साइबर क्राइम ब्रांच ने दोपहर 3 बजे जानकारी दी। इस जानकारी के अनुसार यूजीसी परीक्षा में शामिल एक सवाल ज्यों का त्यों डार्क नेट में था डार्क नेट में सवाल था जो यूजीसी नेट के वास्तविक सवाल से मिल रहा था। इसके बाद जांच कराई और स्थगित करने का निर्णय लिया। यह लीक हुआ पेपर टेलीग्राम पर था। नीट रदद किये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लाखों छात्रों ने कड़ी मेहनत से नीट पास किया है, अभी जांच चल रही है और हम ऐसा कुछ नहीं करना चाहते जिससे देश का भविष्य कटघरे में आ जाये। उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा मामले में छात्रों की नाराजगी वाजिब है और मैं इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं। उन्होंने कहा कि देश के भविष्य को सुरक्षित करना होगा, पारदर्शिता व गुणवत्ता को सुरक्षित करनाहोगा। उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा में धांधली एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है और अब चुनौतीपूर्ण स्थिति से गुजर रहे है। जो न्यायोचित होगा उसको करना हमारी जिम्मदारी है है। धीरे धीरे दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा।
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