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हकेवि में राष्ट्रीय युवा दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

युवा पीढ़ी ही भविष्य के नेतृत्व का आधार होती है और वे साथ मिलकर राष्ट्र के विकास में योगदान कर सकती हैं।

हरियाणा :- हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेन्द्रगढ़ में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डॉ) टंकेश्वर कुमार के निर्देशन व मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ वक्ता के रूप मे श्री राकेश कुमार यादव (सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश) उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय कुलपति ने  इस अवसर पर सभी सहभागियों को राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं देते हुए, युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से सीख लेकर विश्वविद्यालय, समाज, देश व विश्व कल्याण में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई व छात्र कल्याण अधिष्ठाता कार्यालय के संयुक्त प्रयासों से आयोजित इस कार्यक्रम में छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. आनंद शर्मा ने मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए युवा दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन, स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर किया जाता है। यह दिवस उनके ज्ञान, उद्दीपन, और समर्पण को याद करने का एक अवसर है। स्वामी विवेकानंद ने युवा पीढ़ी को समर्पित और सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया और इसलिए उन्हें 'युवा विकास' के प्रति उनके अद्भुत समर्पण के लिए याद किया जाता है। इस दिन कई स्थानों पर युवा सम्मेलन, कार्यशाला, और सामाजिक कार्यों का आयोजन किया जाता है, जिससे युवा पीढ़ी को और उत्साहित और प्रेरित किया जा सकता है। इस दिन को समर्पित करके, समाज में युवा शक्ति को समर्थन करने का प्रयास किया जाता है और उन्हें समाज के सकारात्मक बदलाव में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है।इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय युवा दिवस के महत्वपूर्ण संदेशों को समझना और उन्हें अपने जीवन में अमल करने के लिए प्रेरित करना है। इस समारोह में विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतियों के माध्यम से युवा जनता को जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। आयोजन में मुख्य वक्ता श्री राकेश कुमार यादव (सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश) ने स्वामी विवेकानंद जी के द्वारा बताये विभिन्न पहलुओं को विद्यार्थियों  से साझा करते हुए बताया की युवा दिवस एक मौका प्रदान करता है जिसमें युवा पीढ़ी अपने दृष्टिकोण और सुझावों के माध्यम से समस्याओं का सामना कर सकती है, जैसे कि बेरोज़गारी, शिक्षा, और स्वास्थ्य। युवा दिवस को सामाजिक सेवा और समर्पण के माध्यम से मनाने के लिए भी प्रेरित किया जाता है। युवा लोग इस दिन को अलग-अलग समाज सेवा कार्यों में शामिल होकर अपने समुदाय के प्रति अपना समर्पण दिखा सकते हैं।एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया की यह दिन स्वामी विवेकानंद की जन्मजयंती के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने अपने जीवन में युवा पीढ़ी को सशक्त बनाने और समर्थ नागरिक बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया। युवा शक्ति समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। राष्ट्रीय युवा दिवस के माध्यम से यह साबित किया जाता है कि युवा पीढ़ी को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करना आवश्यक है। आयोजन में एनएसएस की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. नीलम, डॉ. मुकेश एवं डॉ. युद्धवीर एवं अन्य शिक्षक भी शामिल हुए। कार्यक्रम  के अंत मे एनएसएस की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. नीलम ने धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए कहा कि युवा दिवस राष्ट्रीय एकता का एक संकेत भी है, क्योंकि यह समझाता है कि युवा पीढ़ी ही भविष्य के नेतृत्व का आधार होती है और वे साथ मिलकर राष्ट्र के विकास में योगदान कर सकती हैं।

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